हाल ही में, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा 7500 किलोग्राम नकली आमों को जब्त किया गया है। ये आम रासायनिक रूप से पकाए गए थे और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक थे। FSSAI ने लोगों को नकली और जहरीले आमों की पहचान करने के कुछ आसान तरीके बताए हैं ताकि वे अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकें। यहाँ मुख्य बिंदुओं का सारांश है:
रंग की असमानता: नकली आमों को रसायनों जैसे कि कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जाता है, जिससे वे अत्यधिक चमकीले पीले या नारंगी रंग के हो जाते हैं। असली आम प्राकृतिक रंग के होते हैं और उनमें हल्के धब्बे हो सकते हैं।
सुगंध: असली आमों में एक मीठी और ताजगी भरी सुगंध होती है। नकली आमों से रासायनिक गंध आ सकती है।
स्वाद: नकली आमों का स्वाद अस्वाभाविक और रासायनिक होता है, जबकि असली आमों का स्वाद प्राकृतिक रूप से मीठा और खट्टा होता है।
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दाग-धब्बे: कैल्शियम कार्बाइड से पकाए गए आमों पर सफेद या भूरे धब्बे दिखाई दे सकते हैं।
पानी परीक्षण: आम को पानी में डालें। अगर आम डूब जाता है, प्राकृतिक रूप से पका हुआ होता है। यदि आम तैरता है, तो इसे केमिकल से पकाया गया हो सकता है
छिलके की गुणवत्ता: नकली आमों का छिलका अत्यधिक चिकना और चमकदार हो सकता है, जबकि असली आमों का छिलका थोड़ा खुरदुरा हो सकता है।
इन उपायों को ध्यान में रखकर आप बाजार से असली आम खरीद सकते हैं। केमिकल से पके आम न केवल स्वाद में खराब होते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं